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UKSSSC पेपर लीक केस में पंतनगर विश्वविद्यालय के अधिकारी दिनेश चंद्र जोशी समेत चार आरोपियों को देहरादून कोर्ट से जमानत मिल गई है। हालांकि, इस केस में जिन 21 मुख्य आरोपियों पर गैंगस्टर लगाई गई है, उनकी जमानत के फिलहाल कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। उधर मुख्य आरोपी हाकम सिंह की अवैध सम्पत्ति पर फिर से धामी का बुल्डोजर गरजा।पुरोला में हाकम के 3 और भवन जिला प्रशासन ने ध्वस्त कर दिए गए हैं।
अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल ने बताया कि हाकम सिंह के जो भी भवन बनाएं थे, वे सारे सरकारी भूमि पर बने थे। और उसे भवन खाली करने के आदेश भी पहले ही जारी कर दिए गए थे। हाकम सिंह के 3 आलीशान भवन को तोड़ने की कार्रवाई की गई है। और आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।उत्तरकाशी जिला प्रशासन और वन विभाग की टीम ने हाकम सिंह रावत की अवैध कब्जे वाली जमीन का नाप जोख और चिन्हीकरण किया था। हाकम UKSSSC पेपर लीक केस में जेल में बंद है और उस पर गैंगस्टर एक्ट भी लगा है।
उधर UKSSSC भर्ती घोटाले में एसटीएफ की धरपकड़ के बाद पहली बार 4 आरोपियों को जमानत मिल गई। पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने कुल 41 लोगों को गिरफ्तार किया था, उनमें से पंतनगर विश्वविद्यालय के पूर्व AEO दिनेश चंद्र जोशी, अभ्यर्थी तुषार चौहान, भावेश जगूड़ी और अंकित रमोला को जज आशुतोष कुमार मिश्र की कोर्ट ने जमानत दे दी।
हालांकि, इस केस में जिन 21 आरोपितों पर गैंगस्टर लगाई गई है, उनमें से किसी की भी जमानत नहीं हो पाई है।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने दलील दी कि दिनेश चंद्र जोशी के पास से कोई धनराशि की रिकवरी नहीं हुई है। इसके अलावा दिनेश चंद्र जोशी पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने 80 लाख रुपये में अभ्यर्थियों को पेपर बेचा है, लेकिन इसका भी कोई पर्याप्त सबूत एसटीएफ पेश नहीं कर सकी।इसके बाद अदालत ने आरोपितों को एक-एक लाख रुपये के मुचलके और एक लाख रुपये का बांड पर जमानत दे दी। जमानत मिलने वाले आरोपियों को देश छोड़ने पर पाबंदी लगाई गई है।

Author: News Aap Tak
Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)