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- पिछले 15 सालों में वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के परिवार के सदस्यों की संपत्ति कई गुना बढ़ गई है। कुछ महीने पहले वित्त मंत्री द्वारा अपने सुपुत्र को उपनल के जरिए नौकरी पर लगाया
- वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का बेटा पीयूष अग्रवाल बेरोजगार है। तो उसके नाम ऋषिकेश भरत बिहार में तपोवन में देवप्रयाग में और कई अन्य स्थानों में अथा करोड़ों रुपए की संपत्ति कहां से आई ।
कांग्रेस नेता जेंयद्र चंद रमोला ने त्रिवेणी घाट पर एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों को जानकारी देते हुए जेंयद्र चंद रमोला ने वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर आरोप लगाया कि, पिछले 15 सालों में वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के परिवार के सदस्यों की संपत्ति कई गुना बढ़ गई है। कुछ महीने पहले वित्त मंत्री द्वारा अपने सुपुत्र को उपनल के जरिए नौकरी पर लगाया गया था । जिस पर हम लोगों ने विरोध किया था।
जयेन्द्र चंद रमोला ने वित्त मंत्री द्वारा बताया गया था कि उनका लड़का बेरोजगार है। इसलिए उपनल में उसको नौकरी पर रखा गया है। जयेंद्र रमोला ने आरोप लगाया कि यदि वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का बेटा पीयूष अग्रवाल बेरोजगार है। तो उसके नाम ऋषिकेश भरत बिहार में तपोवन में देवप्रयाग में और कई अन्य स्थानों में अथा करोड़ों रुपए की संपत्ति कहां से आई ।
इस पर सवालिया निशान उठाते हुए आरोप लगाया कि, सचिवालय में भर्ती के दौरान जो लेनदेन हुआ है। उसी से यह सभी संपत्ति अर्जित की गई है। इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय नेतृत्व से अपील की है कि वित्त मंत्री के पूरे परिवार की संपत्ति की सीबीआई जांच कराएं ,या ईडी से जांच कराएं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए ,वहीं वर्तमान में ऋषिकेश में उप जिला अधिकारी पद पर तैनात प्रेमलाल पर भी आरोप लगाते हुए बताया कि, उप जिलाधिकारी प्रेमलाल ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए खसरा नंबर 229/1जो कि भारत बिहार में है । विवादित संपत्ति है। उस पर अनापत्ति पत्र जारी करते हुए उनको एनओसी जारी कर दी, यह संपत्ति पीयूष अग्रवाल के नाम पर दस्तावेजों में दर्ज हैं। यहां तक की नगर निगम में भी वह संपत्ति दर्ज हो गई है । जो दस्तावेज नगर निगम में लगाए गए हैं और जो तहसील में लगे हैं वह दस्तावेज अलग है ।
इसमें कहीं ना कहीं उपजिलाधिकारी प्रेमलाल ने भी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वित्त मंत्री को लाभ पहुंचाया ,उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। वही ज्येंदर चंद्र रमोला ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान जो एफिडेविट वित्त मंत्री द्वारा अपनी संपत्ति के ब्योरे के लिए दिया गया था और जो संपत्ति उनके पुत्र और परिवार के नाम है। वह कई गुना बढ़ गई है। इसलिए उन्होंने सरकार से मांग की है। कि ईडी और सीबीआई से उनके पूरे परिवार की संपत्ति की जांच कराई जाए, यही नहीं जयेंद्र रमोला ने कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेताओं पर भी आरोप लगाया कि, उत्तराखंड में नौजवानों के साथ रोजगार के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है ।धांधली हुई है ।लेकिन कांग्रेस पार्टी का कोई भी नेता या प्रतिनिधि खुलकर विरोध नहीं कर रहा है। या तो वह डर गए हैं ।या उन्होंने पैसे खा लिए हैं । कांग्रेस पार्टी के अपने पदाधिकारी को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। जयेंद्र रमोला का आरोप है कि विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती रितु भूषण खंडूरी जी के द्वारा जो 1 महीने के समय के अंतराल जांच के आदेश दिए गए हैं। उस पर उनको भरोसा नहीं है ।उनका कहना है कि जांच से पहले ही वित्त मंत्री का इस्तीफा ले लिया जाए और यदि वह जांच में निर्दोष साबित होंगे, तो सभी युवा नौजवान उनको माला पहनाकर उनका स्वागत करेंगे। प्रेस वार्ता के दौरान रमोला ने आरोप लगाया कि उनके ऊपर पहले भी 6 मुकदमे लगे हुए हैं। आज की प्रेस वार्ता होने के बाद उनको ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं उनके खिलाफ और मुकदमे ना लग जाए ,रमोला ने कहा कि चाहै कितने भी मेरे ऊपर मुकदमे लग जाए, मैं डरने वाला नहीं हूं, अगर निष्पक्ष जांच नहीं होती है तो मैं माननीय उच्च न्यायालय का सहारा लूंगा और इस भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करूंगा

Author: News Aap Tak
Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)