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- उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने पुख्ता विवेचना के आधार पर आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी , रिटायर्ड परीक्षक नारायण सिंह डांगी समेत तीन अनुभाग अधिकारी के खिलाफ जांच करने की मांग की है
- उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने पुख्ता विवेचना के आधार पर आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी , रिटायर्ड परीक्षक नारायण सिंह डांगी समेत तीन अनुभाग अधिकारी के खिलाफ जांच करने की मांग की है
- वन दारोगा ऑनलाइन परीक्षा धांधली मामले में कई लोगों के खिलाफ रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसमें अभी तक हरिद्वार जिले के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
- यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी समेत पांच अधिकारियों की उच्च स्तरीय जांच हो सकती है. आयोग ने व्यापम घोटाले में ब्लैक लिस्टेड कंपनी को वन दारोगा ऑनलाइन परीक्षा कराने का जिम्मा दिया था.
देहरादूनः उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक और सचिवालय रक्षक दल मामले में अब यूकेएसएसएससी के पूर्व सचिव और सेवानिवृत्त परीक्षक समेत पांच अधिकारियों के खिलाफ जल्द ही उच्च स्तरीय जांच हो सकती है. इसे लेकर एसटीएफ ने पुलिस मुख्यालय के माध्यम से शासन को पत्र लिखकर अनुरोध किया है. बताया जा रहा है कि शासन इस बारे में अलग से उच्च स्तरीय जांच कराने का मन बना सकती हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने पुख्ता विवेचना के आधार पर आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी , रिटायर्ड परीक्षक नारायण सिंह डांगी समेत तीन अनुभाग अधिकारी के खिलाफ जांच करने की मांग की है. ऐसे में अगर पूर्व सचिव समेत अन्य लोगों की संलिप्ता पाई जाती है तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है. इससे पहले शासन सचिव संतोष बडोनी को सस्पेंड कर चुकी है.
ब्लैक लिस्टेड कंपनी को दिया गया वन दारोगा परीक्षा का जिम्माः उधर, दूसरी तरफ सितंबर 2021 में वन दारोगा ऑनलाइन भर्ती मामले में भी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के संबंधित अधिकारियों के भूमिका भी शक के दायरे में हैं. क्योंकि, आयोग ने जिस मुंबई स्थित NSEIT कंपनी को ऑनलाइन वन दारोगा भर्ती परीक्षा आयोजित कराने का जिम्मा दिया था. उस कंपनी को मध्य प्रदेश सरकार व्यापम घोटाले में अगस्त 2021 को ब्लैक लिस्ट घोषित कर चुकी थी. इसके बावजूद आयोग ने सितंबर 2021 को NSEIT कंपनी को ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराने का ठेका दिया.
आरोपवहीं, मध्य प्रदेश में आयोजित तीन परीक्षाओं में इसी कंपनी की ओर से नकल कराने का पर्दाफाश हुआ. जिसके बाद तीनों परीक्षाएं रद्द कर NSEIT कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया. ऐसे में इस कंपनी के काले कारनामे सामने आने के बावजूद यूकेएसएसएससी के संबंधित अधिकारियों ने वन दारोगा ऑनलाइन परीक्षा का जिम्मा दिया. ऐसे में उनकी भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. ये भी एक कारण है कि आयोग से संबंधित अधिकारियों की जल्द ही जांच हो सकती है.

Author: News Aap Tak
Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)