न्यूज़ आपतक उत्तराखंड
कांग्रेस बीजेपी दोनों ही विधानसभा अध्यक्षों का कहना है कि…….. विधानसभा अध्यक्ष को संविधान की ओर से प्रदत्त शक्तियों के अनुरूप ही नियुक्तियां की गई ,
करीबियों ने चखा नौकरी का स्वाद:कांग्रेस सरकार के नेताओं के रिश्तेदारों और करीबियों को ही विधानसभा में नौकरी नहीं मिली, बल्कि यहां मौजूद अधिकारियों ने भी बहती गंगा में हाथ धोए, विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए गोविंद सिंह कुंजवाल ने न केवल अपने परिवार के लोगों को विधानसभा में भर दिया, बल्कि अधिकारियों और बाकी नेताओं के करीबियों को भी नौकरी का स्वाद चखाया.उन्होंने अपनी विधानसभा के 20 से 25 लोगों को नौकरी पर लगाया था। इसके अलावा तमाम लोग बीजेपी और कांग्रेस नेताओं की सिफारिश पर रखे ,
वहीं प्रेमचंद अग्रवाल छाती ठोक कर यह बात कहते हुए दिखाई दिए थे कि उन्होंने रिश्तेदारों को नौकरी दी है और यह नियमानुसार है.उत्तराखंड की विधानसभा भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सत्ताधारी दलों के लिए अपने रिश्तेदारों को नौकरी देने की जगह बन गई है ऐसे में लगता नहीं कि सरकार अब तक लगे लोगों को नौकरी से हटाने का दम दिखा पाएगी.
कांग्रेस बीजेपी दोनों ही विधानसभा अध्यक्षों का कहना है कि…….. विधानसभा अध्यक्ष को संविधान की ओर से प्रदत्त शक्तियों के अनुरूप ही नियुक्तियां की गई ,
ऐसे में क्या होगा उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं का …..? सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्मओं के ऊपर राजनेताओं का भाई भतीजावाद ,सगे संबंधियों एवं अपने परिवार के लोगों को संविधान की ओर से प्रदत्त शक्तियों के अनुरूप विधानसभा में दी गई नियुक्तियों का एक लेखा-जोखा एकत्रित कर सूची को वायरल किया जा रहा है आप भी देखें उत्तराखंड की राजनीति अब परिवारवाद की भेंट चढ़ चुकी है और यहां का पढ़ा लिखा हुआ सड़कों पर 10 से 25 लाख रुपए में नौकरियां खरीदने के लिए दर-दर भटक रहा है……!

Author: News Aap Tak
Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)