न्यूज़ आपतक उत्तराखंड
- एसटीएफ ने पुलिस मुख्यालय से प्राप्त जांच के क्रम में सचिवालय रक्षक भर्ती मामले में थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज,
- प्रदीप पाल आयोग में लंबे समय से कार्यरत था,पेन ड्राइव के माध्यम से प्रश्न पत्र चुराया गया और अन्य साथियों की मदद से परीक्षार्थियों को लाखों रुपए में बेचा गया,
- साक्ष्य के आधार पर राजेश चौहान को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही बाराबंकी से प्रदीप पाल भी गिरफ्तार,
UKSSSC पेपर लीक में मामले में 26 वीं गिरफ्तारी हो चुकी है. उत्तराखंड एसटीएफ ने लखनऊ से आरआईएमएस कंपनी के मालिक राजेश चौहान को गिरफ्तार कर लिया है. एसटीएफ ने उत्तराखंड पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर राजेश चौहान को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही बाराबंकी से प्रदीप पाल को भी गिरफ्तार किया है.
देहरादून/लखनऊ: UKSSSC पेपर लीक में मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने दो और महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां की हैं. पुलिस ने पहले लखनऊ से आरआईएमएस कंपनी के मालिक राजेश चौहान को गिरफ्तार कर लिया है. ये एसटीएफ द्वारा UKSSSC पेपर लीक में मामले में 25वीं गिरफ्तारी थी. इसके बाद उत्तर प्रदेश के ही बाराबंकी से प्रदीप पाल को भी गिरफ्तार किया है.
एसटीएफ ने पुलिस मुख्यालय से प्राप्त जांच के क्रम में सचिवालय रक्षक भर्ती मामले में थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज कराया था. एसटीएफ की टेक्निकल टीम द्वारा आयोग में गहन जांच के बाद यूकेएसएसएससी पेपर लीक में इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस को पाने में सफलता प्राप्त की है. आरोपी प्रदीप पाल निवासी बाराबंकी उत्तर प्रदेश को साक्ष्य व गहन पूछताछ के बाद एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है.
प्रदीप पाल भी RIMS कंपनी का कर्मचारी था. वह आयोग में लंबे समय से कार्यरत था. जिसके द्वारा ही पेन ड्राइव के माध्यम से प्रश्न पत्र चुराया गया और अन्य साथियों की मदद से परीक्षार्थियों को लाखों रुपए में बेचा गया था.
एसटीएफ का ऐलान और अपील: एसटीएफ ने इसके साथ ही ऐलान और अपील जारी की है. ऐलान के अनुसार जो छात्र सचिवालय रक्षक परीक्षा में अनुचित साधन से उत्तीर्ण हुए हैं, उनको चिन्हित कर लिया गया है. एसटीएफ ने साथ ही अपील की है कि ऐसे अभ्यर्थी अपने बयान खुद आकर दर्ज करा लेंगे तो उन पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.

Author: News Aap Tak
Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)