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चारधाम यात्रा: तीन मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे,
बीते दो वर्षों में कोरोना महामारी से प्रभावित हुई चारधाम यात्रा इस वर्ष बिना किसी पाबंदी के साथ पूर्व की तरह शुरू होगी। ऐसे में इस वर्ष तीर्थयात्रियों के हुजूम उमड़ने की संभावनाएं जताई जा रही है। ऐसे में प्रशासन अपने स्तर से कोई भी कमी नहीं रखना चाहते। विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में अधिक तीर्थयात्रियों के आने पर अव्यवस्थाएं न हों, इसके लिए प्रशासन ने धाम में श्रद्धालुओं के रात्रि में ठहरने की क्षमता 6000 निर्धारित कर दी है, जबकि पूर्व में यह 8 हजार पार था।
बता दें कि इस वर्ष तीन मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खोले जाएंगे और केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खोले जाएंगे। यमुनोत्री तथा गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद से ही चार धाम यात्रा शुरू हो जाएगी। इस बार तीर्थयात्रियों के हुजूम उमड़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन पूरी तैयारियां मे जुटा हुआ है।
2019 में केदारनाथ धाम में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे। सीमित जगह और संसाधनों के चलते यात्रियों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ी है ऐसे में इस वर्ष प्रशासन शुरू से ही अपने स्तर में कोई कमी नहीं रखना चाहता। इस साल यात्रा के लिए केदारघाटी के होटल, लॉज, रेस्टोरेंट के साथ ही जीएमवीएन को जून माह तक फुल बुकिंग मिल चुकी है। जिसके लिए प्रशासन ने केदारनाथ धाम में रात्रि को सिर्फ 6000 श्रद्धालुओं को ठहराने के निर्देश दिए हैं। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी, भीमबली, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली में दो हजार श्रद्धालुओं को ठहराया जा सकेगा।

Author: News Aap Tak
Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)