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देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022अनुपात प्रतिशत पर डालें नजर,
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की मतदान प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है। इस बार भी कुछ विधानसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ा है तो कहीं इसमें गिरावट भी आई है। मतदान प्रतिशत के बढ़ने-घटने से तमाम सीटों पर भाजपा-कांग्रेस की जीत-हार का भी निर्धारण होता रहा है। हालांकि, दून की महानगर के तहत आने वाली पांचों सीटों पर मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव के आसपास ही रहा, लेकिन कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी इसे अपने-अपने पक्ष में होने का दावा कर रहे हैं। राज्य गठन के बाद से दून की पांचों सीटों पर मतदान प्रतिशत में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता रहा है। वर्ष 2012 के चुनाव में सभी सीटों पर अब तक का सर्वाधिक मतदान हुआ है। वहीं, वर्ष 2002 के निर्वाचन में यह आंकड़ा न्यूनतम रहा है। आइए जानें अब तक हुए चार विधानसभा चुनावों में महानगर के सीटों की स्थिति।
मसूरी विधानसभा सीट
इस सीट पर मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव की तुलना में थोड़ा बढ़ा है। हालांकि, पिछले दो बार से यह सीट भाजपा की झोली में है, लेकिन शुरुआती दो चुनावों में यहां कांग्रेस का कब्जा रहा। अब तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां मतदान प्रतिशत बढ़ने पर भाजपा को लाभ मिलता दिखा है।
चुनाव, मतदान प्रतिशत
2022, 59.57
2017, 58.55
2012, 61.43
2007, 57.61
2002, 43.61
देहरादून कैंट सीट
इस सीट पर अब तक हर चुनाव में भाजपा का परचम लहराया है। हालांकि, पिछले चार चुनाव में यहां मतदान प्रतिशत लगातार बढ़ता रहा, लेकिन इस बार यहां मामूली गिरावट दर्ज की गई। इस सीट पर एकछत्र राज करने वाले विधायक हरबंस कपूर के निधन के बाद यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला होने की आशंका है।
चुनाव, मतदान प्रतिशत
2022, 56.37
2017, 56.97
2012, 61.19
2007, 52.67
2002, 49.61
धर्मपुर सीट
यह सीट 2012 में अस्तित्व में आई, लेकिन इस सीट का ज्यादातर हिस्सा पहले लक्ष्मण चौक विधानसभा के नाम से जाना जाता था। जहां शुरुआती तीन चुनाव में जनता ने कांग्रेस का साथ दिया। पिछले चुनाव में ही यहां भाजपा ने जीत दर्ज की। इस सीट पर 2012 के बाद से ही मतदान प्रतिशत घटता नजर आया, लेकिन यह भाजपा के लिए जीत भी लाया।
चुनाव, मतदान प्रतिशत
2022, 56.63
2017, 57.23
2012, 62.14
2007, 53.48
2002, 51.93
राजपुर रोड सीट
इस सीट पर मतदाता का रुख बदलता रहा है। पिछले चार बार के चुनाव में जनता ने कांग्रेस और भाजपा को बारी-बारी मौका दिया है। यहां इस बार मतदान प्रतिशत पिछले तीन चुनाव से कम रहा है। हालांकि, 2012 तक यहां लगातार मतदान प्रतिशत में बढोतरी हुई। लेकिन, उसके बाद से लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
चुनाव, मतदान प्रतिशत
2022, 57.10
2017, 57.85
2012, 60.84
2007, 58.26
2002, 51.42
रायपुर सीट
यह सीट 2012 के चुनाव में अस्तित्व में आई। जिस पर यहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की। हालांकि, कांग्रेस से जीतकर विधायक बने उमेश शर्मा काऊ के पार्टी छोड़कर भाजपा में जाने के बाद 2017 के चुनाव में यह सीट भाजपा की झोली में आ गई। हालांकि, यहां मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव की तुलना में बढ़ा है, लेकिन 2012 के आंकड़ों से कम रहा।
चुनाव, मतदान प्रतिशत
2022, 60.74
2017, 59.54
2012, 63.81
जानिए क्या बोले नेता जी
देहरादून कैंट सीट
भाजपा प्रत्याशी सविता कपूर ने कहा, मतदान प्रतिशत पिछली बार के आंकड़ों के आसपास ही है। पिछली बार भाजपा ने इस सीट पर पूरे विश्वास के साथ जीत दर्ज की थी और इस बार भी जनता भाजपा के साथ है।
कांग्रेस प्रत्याशी सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि कैंट विधानसभा क्षेत्र में इस बार मतदान वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव की तुलना में कुछ कम हुआ, लेकिन इससे कांग्रेस के वोट पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जनमत कांग्रेस के पक्ष में है।
राजपुर रोड सीट
भाजपा प्रत्याशी खजान दास ने कहा,मतदान प्रतिशत में मामूली गिरावट आई है, लेकिन मतदाताओं के उत्साह में कोई कमी नहीं रही। भाजपा के समर्थन में अच्छा मतदान हुआ है। स्मार्ट सिटी समेत क्षेत्र में अन्य कार्यों को देखते हुए जनता का समर्थन भाजपा के साथ है।
कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार बोले, राजपुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार मतदान पिछले विधानसभा के मत प्रतिशत में थोड़ा कम हुआ है, लेकिन जनता ने महंगाई व बेरोजगार के खिलाफ मतदान किया है।
धर्मपुर सीट
भाजपा प्रत्याशी विनोद चमोली कहते हैं, इस बार भले ही मतदान प्रतिशत गिरा हो, लेकिन भाजपा के समर्थन में कोई कमी नहीं आई है। मतदाताओं ने सरकार के कार्यकाल और क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के आधार पर मतदान किया है।
कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल ने कहा, धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता ने परिवर्तन के लिए वोट डाला। एक-दो मत प्रतिशत ऊपर-नीचे होने से बहुत अंतर नहीं आएगा। कांग्रेस की जीत निश्चित है।
मसूरी सीट
भाजपा प्रत्याशी गणेश जोशी ने कहा, मसूरी में मतदान प्रतिशत में मामूली इजाफा हुआ है। यह भाजपा के लिए अच्छे संकेत हैं। मेरे कार्यकाल में क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के आधार पर जनता ने मतदान किया। इस बार भी मेरी जीत सुनिश्चित है।
कांग्रेस प्रत्याशी गोदावरी थापली का कहना है कि मसूरी में इस बार मतदान प्रतिशत बढऩा इस बात का प्रमाण है कि जनता ने सत्ता के खिलाफ अपना मत डाला।
रायपुर सीट
भाजपा प्रत्याशी उमेश शर्मा काऊ का कहना है कि जनता ने हमेशा मेरा साथ दिया है। साथ ही भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार के कार्यों को ध्यान में देकर ही मतदाता ने मतदान किया।
वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि रायपुर क्षेत्र में इस बार मत प्रतिशत बढ़ना एंटी इनकंबेंसी का प्रमाण है। क्षेत्र की जनता ने परिवर्तन को वोट दिया है।

Author: News Aap Tak
Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)