न्यूज़ आपतक उत्तराखंड
शेयरों में गुरुवार को 26 फीसदी गिरावट, भारत के सिर फोड़ा ठीकरा,
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के लिए गुरुवार का दिन बहुत खराब साबित हुआ। उसकी पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) के शेयरों में गुरुवार को 26 फीसदी गिरावट आई। इससे कंपनी का मार्केट कैप 200 अरब डॉलर गिर गया। यह किसी अमेरिकी कंपनी के मार्केट कैप में एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा के शेयरों में गुरुवार को 26 फीसदी गिरावट आई। इस गिरावट से मेटा का मार्केट कैप 200 अरब डॉलर गिर गया। यह किसी अमेरिकी कंपनी के मार्केट कैप में एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है। इससे कंपनी के सीईओ मार्क जकरबर्ग की नेटवर्थ 31 अरब डॉलर कम हो गई। Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक उनकी नेटवर्थ अब 89.6 अरब डॉलर रह गई है और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 10वें नंबर पर खिसक गए हैं।
मेटा ने बुधवार को कहा था कि उसे टिकटॉक और यूट्यूब (YouTube) जैसे प्लेटफॉर्म्स से कड़ी टक्कर दे रही हैं। इसकी वजह से आने वाले दिनों में कंपनी का रेवेन्यू बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। इसके बाद बुधवार को भी कंपनी के शेयर में कारोबार के दौरान 20 फीसदी गिरावट आई थी लेकिन बाद में वह संभल गया था। लेकिन गुरुवार को यह 26 फीसदी गिरावट के साथ बंद हुआ।
एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट
फेसबुक 2012 में अमेरिका बाजार में लिस्ट हुई थी और उसके बाद से यह कंपनी के शेयरों में सबसे बड़ी एक दिनी गिरावट है। हाल में फेसबुक का नाम बदलकर मेटा किया गया था। इस गिरावट से मेटा के मार्केट कैप में 200 अरब डॉलर की गिरावट आई है। इससे पहले तीन सितंबर 2020 को एपल (Apple) के मार्केट कैप में करीब 180 अरब डॉलर की गिरावट आई थी। उसी साल 16 मार्च को माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 177 अरब डॉलर गिर गया था।
मेटा का कहना है कि साल की पहली तिमाही में उसका प्रदर्शन अनुमान से कम रह सकता है। कंपनी का कहना है कि एपल (Apple) ने अपने ऑपरेटिंग सिस्टम की प्राइवेसी में बदलाव किया है जिससे ब्रांड्स को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर विज्ञापनों में मुश्किल आ रही है। साथ ही सप्लाई चेन की चुनौतियों ने भी कंपनी की मुश्किलें बढ़ाई हैं।
टिकटॉक से कड़ी चुनौती
18 साल पुरानी इस कंपनी को टिकटॉक और यूट्यूब से भी कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। बड़ी संख्या में यूजर्स इन प्लेटफॉर्म्स की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं। इससे आने वाली तिमाही में फेसबुक का राजस्व बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। पिछले साल की चौथी तिमाही में फेसबुक के 2.91 अरब मंथली एक्टिव यूजर थे और उससे पिछले तिमाही की तुलना में इस संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई।
मेटा के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर Dave Wehner ने बुधवार को कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा कि आने वाली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू अनुमान से कम रह सकता है। इससे कंपनी के शेयर में 20 फीसदी तक गिरावट आ गई और इसके मार्केट कैप 200 अरब डॉलर कम हो गया। मेटा का कहना है कि पहली तिमाही में उसका रेवेन्यू 27 से 29 अरब डॉलर रह सकता है जबकि विश्लेषक इसके 30.15 अरब डॉलर रहने की उम्मीद कर रहे थे।
भारत के सिर फोड़ा ठीकरा
कंपनी ने इसके लिए भारत में डेटा की कीमत में हुई बढ़ोतरी को भी जिम्मेदार ठहराया है। फेसबुक ने कहा कि भारत में डेटा कीमतों में बढ़ोतरी से दिसंबर, 2021 की तिमाही में उसके यूजर्स को ग्रोथ सीमित रही। भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो ने दिसंबर तिमाही में अपने टैरिफ में 18 से 25 प्रतिशत की वृद्धि की थी। वेनर ने कहा कि फेसबुक के यूजर्स की संख्या में ग्रोथ कई कारणों से प्रभावित हुई है। इसमें भारत में डेटा पैकेज के मूल्य में बढ़ोतरी भी शामिल है।

Author: News Aap Tak
Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)