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बागियों को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित ,कांग्रेस ने बर्दाश्त नहीं किए तेवर,

 

न्यूज़ आपतक उत्तराखंड

 कांग्रेस ने  बागियों को 6 सालों के लिए ​निकाला, BJP नहीं बना सकी मन

टिकट न मिलने से नाराज़ लोगों की बीजेपी और कांग्रेस में लंबी कतार थी. कई सीटों पर दोनों पार्टियां रूठों को मनाने में कामयाब रहीं, लेकिन कुछ सीटों पर ज़िद पर अड़े बागी नेताओं (Rebellion Leaders) को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने में कांग्रेस ने बाज़ी मार ली है. दरअसल, उत्तराखंड विधानसभा  चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला है. ऐसे में एक भी सीट के नुकसान का रिस्क कोई पार्टी नहीं लेना चाहती. ये अलग बात है कि जो बागी मैदान में टिके हैं, वो पार्टियों की धड़कन बढ़ाए हुए हैं.
देहरादून. उत्तराखंड कांग्रेस ने बागियों के खिलाफ सख़्त रुख इख़्तियार करते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया है. ये सभी नेता उत्तराखंड के आगामी चुनाव के लिए पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे. इनमें रामनगर विधानसभा सीट से संजय नेगी, लालकुआं विधानसभा सीट से संध्या डालाकोटी, रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट से मातबर सिंह कंडारी और यमुनोत्री विधानसभा सीट से संजय डोभाल को कांग्रेस ने छह साल के लिए पार्टी से बर्खास्त कर दिया है. वहीं, अनुशासन की दुहाई देने वाली बीजेपी अब तक अपने बागियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकी है, हालांकि ऐसा कदम उठाने की बात ज़रूर कह रही है.
कांग्रेस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने कई चर्चित नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए सियासी गलियारों में एक बड़ा संदेश दिया. संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. ठीक इसके उलट बागी नेताओं की बात तो छोड़िए, पार्टी छोड़कर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वालों तक को भाजपा औपरचारिक रूप से निष्कासित नहीं कर पाई है. बीजेपी छोड़कर कांग्रेस के टिकट पर टिहरी से चुनाव लड़ रहे सिटिंग विधायक धनसिंह नेगी के साथ ही नरेंद्र नगर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत का निष्कासन भी बीजेपी ने अब तक नहीं कर पाई है.
भाजपा में कितने बड़े चेहरे हैं बागी?
रुद्रपुर में सिटिंग विधायक राजकुमार ठुकराल
किच्छा से अजय तिवारी
घनसाली से दर्शनलाल आर्य
धनौल्टी से महावीर रांगड़
लालकुंआ में पवन चौहान, कुंदन मेहता
रानीखेत में दीपक करगेती
ये तमाम बड़े बीजेपी नेता बगावत कर निर्दलीय के तौर पर चुनाव मैदान में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं. भाजपा कोई एक्शन लेने का साहस नहीं जुटा पा रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि पार्टी अंतिम समय तक बागियों को मनाने का प्रयास करेगी. अगर तब भी कोई नहीं माना तो फिर एक्शन लिया जाएगा.
कई बागियों को भाजपा कांग्रेस ने कैसे मनाया?
टिकट न मिलने से नाराज़ लोगों की बीजेपी और कांग्रेस में लंबी कतार थी. बीजेपी से 16 तो कांग्रेस से 12 बागी मैदान में थे. डैमेज कंट्रोल ऑपरेशन के तहत कांग्रेस रायपुर, ऋषिकेश, सहसपुर, किच्छा, लैंसडौन सीटों पर बगावत संभालने में कामयाब रही. ऋषिकेश से बागी पूर्व मंत्री शूरवीर सजवान को कांग्रेस ने कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाकर मनाया, तो लैंसडौन से बागी ज्योति रौतेला को महिला विंग का प्रदेश अध्यक्ष बनाया. इधर, बीजेपी भी अल्मोड़ा, द्वाराहाट, डोईवाला, पिरान कलियर, गंगोत्री, कालाढूंगी सीटों पर बागियों को मनाने में सफल रही.

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Author: News Aap Tak

Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)

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