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इंजीनियर को दहेज में नहीं मिले 6 लाख, तोड़ दी शादी, परिवार बेटी की शादी की तैयारी में जुटा हुआ था। शादी के कार्ड बंट गए थे।

न्यूज़ आपतक उत्तराखंड

दहेज प्रथा के खात्मे के लिए कड़े कानून बनाए गए हैं, लेकिन इसका ज्यादा असर दिख नहीं रहा। आज भी बेटियां दहेज के लिए जला दी जाती हैं, बने-बनाए रिश्ते टूट जाते हैं। देहरादून में यही हुआ। यहां सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवक और उसके परिवार पर आरोप है कि उन्होंने दहेज में छह लाख रुपये नगद न मिलने पर रिश्ता तोड़ दिया। ये सब उस वक्त हुआ जब पीड़ित परिवार बेटी की शादी की तैयारी में जुटा हुआ था। एक खबर के मुताबिक शादी के कार्ड बंट गए थे। अब पीड़ित युवती ने डीजीपी कार्यालय में तहरीर दी है। पीड़ित ने बताया कि अलीगढ़ निवासी महाराज सिंह और उनकी पत्नी सुधा चौहान ने अपने बेटे रतनेश सिंह के विवाह का प्रस्ताव उनके परिवार के सामने रखा। रतनेश साफ्टवेयर इंजीनियर है। उसके पास खुद का घर, जमीन और अन्य सुविधाएं हैं। युवती के परिवार वाले भी रिश्ते को तैयार हो गए। 9 मई 2016 को दून में गोद भराई की रस्म हुई।

एक फरवरी 2017 को अलीगढ़ में रोके की रस्म निभाई गई। 13 फरवरी को दून में सगाई और 18 अप्रैल 2019 को अलीगढ़ में तिलक हुआ। शादी की तैयारियां भी शुरू हो गई। पिछले दिनों जब युवती की शादी के कार्ड बंट गए तो आरोपी रतनेश के परिवार के लोगों ने छह लाख रुपये नगद दहेज मांगा। लड़की का परिवार आरोपियों को साढ़े तीन लाख रुपये नगदी समेत अन्य सामान दान-दहेज के तौर पर पहले ही दे चुका है। पीड़ित का कहना है कि इसमें करीब सात लाख रुपये खर्च हुए थे। अब आरोपी परिवार ने दहेज की मांग पूरी न होने पर रिश्ता तोड़ दिया है। पीड़ित युवती ने इस मामले में डीजीपी कार्यालय में तहरीर दी है। शहर कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि आरोपी युवक और उसके माता-पिता के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।

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Author: News Aap Tak

Chief Editor News Aaptak Dehradun (Uttarakhand)

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